बरोद उपचुनाव से पहले प्रदेश के राजनीतिक दलों ने अपने-अपने संगठनों को मजबूत करना शुरू कर दिया है। भाजपा ने अपना नया प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को बनाया है, जिसे तलाशने में भाजपा को करीब 2 महीने लग गए। वहीं, प्रदेश कांग्रेस आपसी गुटबाजी के चलते 6 साल से जिला स्तर पर कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाई है। इधर, जेजेपी ने एक साल पूरा होने से पहले ही कार्यकारिणी को भंग कर दिया है और अब नए पदाधिकारियों की ढूंढने में जुट गई है। इनेलो फिलहाल अपना कुनबा बढ़ाने में लगी है।
उल्लेखनीय है कि सितंबर-अक्तूबर में बरोदा उपचुनाव होने की संभावना है। हालांकि अभी तारीख तय नहीं है, लेकिन संगठन के मामले में कोई दल कमजोर नहीं रहना चाहता। कांग्रेस के गढ़ में भाजपा कमल खिलाने के लिए रणनीति बना रही है, तो दूसरे दल भी तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, कांग्रेस पहले ही शैडो मंत्रिमंडल बनाकर सत्ताधारी गठबंधन को घेरने का ऐलान कर चुका है।
भाजपा में अभी संगठन महामंत्री बनाना बाकी
अचानक प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से ओपी धनखड़ उत्साह से भरा है। उन्होंने पंचकूला में पूर्व महामंत्रियों के साथ बैठक की। हालांकि अभी पार्टी द्वारा संगठन महामंत्री भी हरियाणा में नियुक्त किए जाने हैं, लेकिन सप्ताहभर में प्रदेश में कई नई नियुक्तियां हो सकती हैं। प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि पहले ही नियुक्तियों में देरी हो चुकी है। सभी से विचार-विमर्श करने के बाद नई नियुक्तियां होंगी। संगठन को लेकर भाजपा किसी तरह की कोर कसर नहीं छोड़ेगी। माना जा रहा है कि भाजपा जिला स्तर पर भी नए अध्यक्ष बनाने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है।
कांग्रेस में 2014 के बाद से नहीं हुई नियुक्ति
कांग्रेस में प्रदेश के बड़े नेताओं की आपसी गुटबाजी के कारण करीब छह साल से जिला स्तर पर कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पाया। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर और हुड्डा ने कई बार कोशिश की, जो सिरे नहीं चढ़ पाई। सभी गुट अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी करते रहे। संगठन में जिला या स्टेट लेवल की नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। तंवर को हटाने के बाद कुमारी सैलजा को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। उनका कहना है कि जिलाध्यक्ष समेत अन्य नियुक्तियां होनी हैं। अब देरी नहीं होगी।
जेजेपी जल्द करेगी नियुक्तियां
अभय चौटाला से विवाद के बाद जन्मी जेजेपी को कार्यकारिणी बनाए एक साल भी नहीं हुआ। उसने भी संगठन को भंग करके नए पदाधिकारी ढूंढने शुरू कर दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि 15 अगस्त तक सभी नियुक्तियां कर दी जाएंगी।
इनेलो कुनबा बढ़ाने में जुटी
कभी सत्ता में रही और पिछले विस चुनाव में एक विधायक तक सिमटी इनेलो फिलहाल अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है। प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा कि पहले 22 जुलाई से सदस्यता अभियान चलाएंगे। इसके बाद नई नियुक्तियों पर देखा जाएगा।
इधर, सत्ता और विपक्ष ने बुलाई विधायक दल की बैठक
विधायकों को बरोदा के मैदान में उतारेगी कांग्रेस-बरोदा उपचुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा मंगलवार को पार्टी विधायकों के साथ चंडीगढ़ में बैठक करेंगे। अनेक विधायक विधानसभा की कमेटियों के सदस्य हैं। इस दौरान उप चुनाव पर रणनीति बनाई जाएगी। हालांकि अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन हुड्डा इस सीट को गंवाना नहीं चाहते।
इसलिए इस बैठक में रणनीति तय कर विधायकों को बरोदा विधानसभा क्षेत्र में उतारा जाएगा। सभी की चुनाव को लेकर ड्यूटी लगाई जाएगी। हुड्डा ने कहा कि इस चुनाव में उनके परिवार से कोई नहीं उतरेगा। जो उम्मीदवार होगा, वह बरोद क्षेत्र की जनता की पसंद का होगा।
बरोदा में खाता खोलने की फिराक में भाजपा-बरोदा उपचुनाव को लेकर मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक करेगी। यहां नए बनाए प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला भी मौजूद रहेंगे। भाजपा उपचुनाव को लेकर मीटिंग पहले भी कर चुकी है। बरोदा में कभी भाजपा जीत नहीं पाई। खाता खोलने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।
पहले ही मुख्यमंत्री खुद बरोदा विधानसभा के क्षेत्र पंचायती राज के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उनसे वहां हो रहे विकास कार्यों की जानकारी ली है। इधर, भाजपा के नए बने प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ ने सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी मुलाकात की।
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