भवन निर्माण मजदूर काे सांझा संघर्ष एवं भवन निर्माण के मजदूरों का अपनी मांगों काे लेकर रविवार भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। अनिश्चितकालीन धरने के सातवें दिन सभी यूनियनों के जिला अध्यक्षों की व उनके पदाधिकारियों ने अध्यक्षता की।
इस माैके पर इंटक से जिला महासचिव तेजपाल प्रजापति मालड़ा ने सभी पदाधिकारियों व मजदूरों काे संबाेधित करते हुए कहा िक सरकार ने 90 दिन का मजदूरी प्रमाण पत्र देने का अधिकार था, वो यूनियनों को नहीं दिया जा रहा है। सरकार ने जो अधिकारी मनोनीत किए थे, वो भी अब साफ माना कर रहे है। जो पैसा लॉकडाउन के चलते सरकार ने श्रमिकों के खाते मे डाला था, वो भी अभी तक श्रमिकों को नहीं मिला है। पैसा भी जल्द से जल्द श्रमिकों के खाते मे डाला जाए।
उन्हाेंने कहा िक सरकार ने ये कह कर पैसा टाल दिया था कि इनका पैसा मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना से आएगा। मजदूरों को न तो पैसा लेबर बोर्ड से मिला और न ही इस योजना से। इस मौके पर सीटू से शिवकुमार सिंह ने मंच की अध्यक्षता करते हुए बताया कि जिला रेवाड़ी कार्यकाल के बाहर रेवाड़ी कार्यालय में काम करने वाले क्लर्क ने अपने खुद के कार्यालय खोल रखे हैं। उन पर खुले धड़ल्ले से काम हो रहे हैं। उन पर भी सरकार सख्त कार्रवाई करें। बीएमएस से जिला प्रधान विष्णु यादव जावा ने कहा कि हम प्रशासन से मांग करते हैं कि उन सभी कार्यालय को बंद किया जाए।
पिछले 7 दिनों से हम ये आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बीएमएस से अशोक दास नारनौलिया, प्रहलाद नांगल चौधरी व विक्रम तंवर आदि ने बताया कि अगर सरकार ने मजदूरों की मांगे नहीं मानी तो सभी श्रमिक सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। आने वाले समय में यूनियन के पदाधिकारी भूख हड़ताल व रोड जाम के लिए बाध्य होंगे। सरकार इसके लिए खुद ज़िम्मेदार होगी। इस मौके अजय नानिगवास, सोनू मालड़ा, मुकेश जांट, जीतू कृष्णा कनीना, अशोक नांगल चौधरी आदि श्रमिक मौजूद रहे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/30maQWk

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें