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रविवार, 19 जुलाई 2020

23 फीसदी ज्यादा रेट पर छूटा स्ट्रीट लाइट का टेंडर, इसमें भी भ्रष्टाचार ढूंढा जा रहा https://ift.tt/3jf1OD8

शहर में लगाने के लिए नगर निगम करीम 9800 स्ट्रीट लाइटें खरीद रहा है। इसका टेंडर निगम के एस्टीमेट से 23.33 फीसदी ज्यादा रेट पर छूटा है। अब इसमें भी भ्रष्टाचार ढूंढा जा रहा है। वह इसलिए कि शहरी विधायक प्रमोद विज ने कहा था कि 1350 रुपए में स्ट्रीट मिलती है। इस बार निगम ने 1797 रुपए का टेंडर दिया है।
हालांकि, 3 करोड़ की स्ट्रीट लाइट मामलों की जांच कर भ्रष्टाचार उजागर करने वाले निगम पार्षद दुष्यंत भट्‌ट ने कहा कि यह सही नजर आ रही है। पहले तो 4200 से कम की स्ट्रीट लाइटें लगी ही नहीं, वह भी सब की सब नकली। नगर निगम ने जय ज्योति इलेक्ट्रिकल्स को स्ट्रीट लाइट उपलब्ध कराने का ठेका दिया है। सिंगल बिड पर कंपनी को ठेका मिला है। कंपनी को क्राम्प्टन का माल उपलब्ध कराना होगा।

एलईडी लाइट निगम की रेट प्रति लाइट अब इस रेट में छूटा टेंडर

30 वाट 1355 रुपए 1797 रुपए
50 वाट 2520 रुपए 3527 रुपए
70 वाट 3416 रुपए 3803 रुपए

विधायक प्रमोद विज की 3 बातें
कंपनी की लाइटें चाहिए, असेंबल वाली नहीं : पूर्व में असेंबल करके कंपनी का नाम दिया जाता रहा है। लेकिन इस बार मुझे कंपनी का बिल चाहिए। क्राम्प्टन कंपनी की लाइट चाहिए।
5 साल की गारंटी चाहिए : लाइट देने वाली एजेंसी अगले 5 साल तक लाइट की गारंटी देगी। अगर इस दौरान लाइटें बंद होती है तो ठीक कराएगी। इसलिए 10 फीसदी सिक्योरिटी राशि जमा होगी।
लाइट का कलर कोड होगा :लाइटों का कलर कोड होगा, ताकि कल कंपनी यह न कहे कि उसकी लाइट नहीं है। इसलिए, इस बार लाइट की बाॅडी कलर होगी।

नियमों के तहत ही टेंडर दिया गया: एसई
हली बार तीन एजेंसी ने टेंडर भरे, सभी के कागजात अधूरे थे। दूसरी बार दो एजेंसियों ने भरे, जिसमें से एक की गलत थी। तीसरी बाद सिर्फ एक ही एजेंसी ने टेंडर भरे, जो सभी शर्तों को पूरा कर रही है। रही बात रेट की तो अभी तो नेगोशिएशन होना है। यह रेट ज्यादा नहीं है।-महिपाल सिंह, एसई, निगम

इस बार की रेट सही लग रही है: दुष्यंत भट्ट

दो साल पहले तो ठेकेदारों ने निगम अफसरों से मिलकर पानी की पाइप पर 400 रुपए की स्ट्रीट लाइटें लगाई थी। जिसका 4200 रुपए से कम तो बिल ही नहीं बना था। आज पूरे शहर में वह भ्रष्टाचार सबको नजर आ रहा है। इस बार की रेट सही लग रही है। बशर्ते इस बार भी गड़बड़ न हो।-दुष्यंत भट्ट, पार्षद व तत्कालीन जांच कमेटी के चेयरमैन



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Tender for street lights dropped at 23% higher rate, corruption is also being found in this


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